आध्यात्मिक: मनुष्य के जीवन मे ग्रहों का बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है। यदि इनकी स्थिति ठीक रहती है तो यह आपके जीवन पर अपना सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। वही अगर ग्रहों की स्थिति में परिवर्तन हुआ और इनकी स्थिति अपनी कुंडली के अनुसार उचित नहीं रही तो यह अपने जीवन की दशा बदल देते हैं कई बार इनकी बदली स्थिति के कारण लोगो को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वही कई ग्रह ऐसे हैं जिनकी स्थिति बदलती है तो उसका सवार्धिक प्रभाव महिलाओं पर पड़ता है।
वही यदि हम बृहस्पति की बात करे तो ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इसे मुख्य ग्रह माना गया है और इसका सबसे ज्यादा प्रभाव महिला की शादी या उसकी शादीसुदा जिंदगी पर पड़ता है। तो आइए जानते हैं कि क्यों बृहस्पति को कहा जाता है मुख्य ग्रह ओर क्या पड़ता है इसका महिलाओं के विवाह पर प्रभाव-
जाने क्या है ज्योतिष में बृहस्पति का स्थान:-
यदि हम ज्योतिष में बृहस्पति के स्थान की बात करे तो नौ ग्रहों में इसे मंत्रणा का कारक माना जाता है। वही दिन के मुताबिक बृहस्पति को पीला वस्त्र धारण कर आप कई नकारात्मक प्रभाव से बच सकते हैं। यह एक ऐसा ग्रह है जो धर्म , कानून, ज्ञान, मंत्र को नियंत्रित करता है। बृहस्पति को पाँच तत्वों का अधिपति कहा जाता है। इसका प्रभाव व्यापाक होता है। यह विवाह को अत्यधिक प्रभावित करता है।
जाने कैसे महिलाओं के वैवाहिक जीवन को प्रभावित करता है बृहस्पति:-
बृहस्पति महिलाओं के विवाह को अत्यधिक प्रभावित करता है। कमजोर बृहस्पति की वजह से महिलाओं की शादी नहीं होती है और जिन महिलाओं की शादी हो जाती है उनके वैवाहिक जीवन मे काफी समस्याएं आती है। महिलाओं को काफी कष्ट सहना पड़ता है। वही दूषित बृहस्पति महिलाओं के चरित्र को कमजोर बनाता है।
महिलाएं क्या उपाए करें कि उनका बृहस्पति हो मजबूत:-
यदि महिलाओं का बृहस्पति कमजोर हो तो उन्हें सुबह उठकर नित्य जल में हल्दी मिलाकर सूर्य को अर्पित करनी चाहिए। इसके साथ विष्णु शास्त्र का पाठ कर सात्विक भोजन करना चाहिए। वही सप्ताह में एक बार किसी धार्मिक स्थल या आसपास के मंदिर पर जाना चाहिए।